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Kidney Cyst: क‍िडनी में स‍िस्‍ट या गांठ क्‍या होता है?

What is Kidney Cyst in Hindi: कई लोगों को किडनी में सिस्ट या गांठ की समस्या होती है। किडनी में सिस्ट होने पर पतली दीवार में तरल पदार्थ भर जाता है। गांठ के आकार की बात करें तो इसका आकार मटर के आकार से लेकर फल के आकार तक हो सकता है। किडनी में गांठ की समस्या 50 साल या इससे ज्यादा उम्र के लोगों को हो सकती है। बहुत कम मामलों में किडनी सिस्ट की समस्या गंभीर होती है लेकिन इसे हल्के में नहीं लिया जा सकता इसलिए लक्षण दिखने पर तुरंत इलाज कराएं। इस लेख में हम किडनी में सिस्ट की समस्या के बारे में बात करेंगे। आगे हम बात करेंगे किडनी सिस्ट के लक्षण, बचाव के उपाय, इलाज आदि।

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क‍िडनी में स‍िस्‍ट या गांठ क्‍या होता है? (What is Kidney Cyst in Hindi)

किडनी में अनियमित परत तरल पदार्थ से भरी होती है जिसे हम सिस्ट के नाम से जानते हैं। सीटी स्कैन, अल्ट्रासाउंड की मदद से सिस्ट का पता लगाया जा सकता है। गुर्दा क्षेत्र में दर्द एक पुटी के कारण हो सकता है। यदि आप किडनी में गांठ के लक्षणों को पहचानते हैं, तो आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

क‍िडनी स‍िस्‍ट के प्रकार (Types of Kidney Cyst in Hindi)

  • जब किडनी में सिस्ट होता है तो एक साधारण परत होती है, जो तरल पदार्थ से भरी होती है। किडनी में सिस्ट होना आनुवंशिक कारणों से होता है।
  • गुर्दे में एक अनियमित परत को एक जटिल पुटी के रूप में जाना जाता है।
  • पॉलीसिस्टिक किडनी रोग में होने वाला सिस्ट भी किडनी सिस्ट का ही एक प्रकार है।

 

क‍िडनी में स‍िस्‍ट के लक्षण (Symptoms of Kidney Cyst in Hindi)

  • किडनी सिस्ट है तो पेशाब में खून आ सकता है।
  • अगर किडनी में सिस्ट है तो पेट में सूजन की समस्या हो सकती है।
  • पेट में सूजन की समस्या है तो किडनी में सिस्ट हो सकता है।
  • किडनी में सिस्ट होने पर किडनी में दर्द की समस्या हो सकती है।
  • अगर पीठ के दोनों तरफ दर्द हो तो किडनी में सिस्ट की समस्या हो सकती है।

 

क‍िडनी में स‍िस्‍ट का इलाज (Kidney Cyst Treatment in Hindi) 

किडनी सिस्ट का इलाज यूरोलॉजिस्ट और किडनी स्पेशलिस्ट द्वारा किया जा सकता है। गुर्दे में अल्सर का इलाज करने के लिए, आप अल्ट्रासाउंड, एमआरआई, सीटी स्कैन, इमेजिंग टेस्ट आदि प्राप्त कर सकते हैं। स्क्लेरोथेरेपी एक ऐसी प्रक्रिया है जिसका उपयोग गुर्दे में एक गांठ के इलाज के लिए किया जाता है। इस उपचार में किडनी सिस्ट के अंदर के तरल पदार्थ को बाहर निकाला जाता है। 

इस प्रक्रिया के माध्यम से गुर्दे में गांठ का इलाज किया जाता है। अगर किडनी में गांठ का कोई भी लक्षण आपको परेशान नहीं कर रहा है, तो हो सकता है कि आपको सर्जरी की जरूरत न पड़े। इसके बजाय, डॉक्टर आपको कुछ परीक्षण करवाने की सलाह दे सकते हैं। कई बार किडनी में सिस्ट अपने आप ठीक हो जाता है।

क‍िडनी में गांठ की समस्‍या से कैसे बचें? (Kidney Cyst Prevention Tips in Hindi)

  • किडनी में गांठ की समस्या से बचने के लिए आपको धूम्रपान के सेवन से बचना चाहिए।
  • अगर आप अपनी किडनी को स्वस्थ रखना चाहते हैं, तो वजन बनाए रखें, आपको स्वस्थ जीवनशैली अपनानी चाहिए।
  • अगर आप लंबे समय तक दवा लेते हैं तो भी किडनी में गांठ की समस्या हो सकती है इसलिए डॉक्टर से सलाह लेकर ही दवाएं लें।

अगर किडनी में कोई गांठ है, तो उसे फिर से तरल पदार्थ से भरा जा सकता है। यदि डॉक्टर सलाह देते हैं तो आपको एक शल्य प्रक्रिया से गुजरना पड़ सकता है। अगर आपको भी किडनी में गांठ या सिस्ट के लक्षण दिखाई दें तो आपको Dr. Lokesh Sharma (Urologist in Jaipur) से संपर्क कर इलाज करवाना चाहिए। 

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